नालंदा-राजगीर यात्रा- यात्रा पुर्नजन्म की, भाग - 3
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पुराने ईंट के खंडहरो, टूटी फूटी दीवारों और एक आम इंसान के लिए उल -जलूल चीजें दिखाने के लिए भरी बरसात में लंबी बाइक यात्रा करवाने और तमाम सारी जहालतो के बाद मैं अपने दोनों साथियों से ढेरों उलाहनो, तानो और कुछ एक विशेषणो से सम्मानित होने के बावजूद मजे ले रहा था। फिर जैसे तैसे मन मार कर उत्खनन साइट से बाहर आए, तो ठीक सामने सड़क उसपार नालंदा संग्रहालय की ईमारत है। तो मुँह उठाए नाक की सीध में चलते चले गये, टिकट तो पहले से ही ले रखा था। एक लंबे रास्ते के बाद एक साधारण सी ईमारत के पास आ खड़े हुए इसके भीतर ही खुदाई से निकली चीजें सुरक्षित रखी हुई है।