#नेपाल_यात्रा #भाग_5 #पोखरा

पिछली रात सुबह जल्दी उठने का निश्चय करके सोया गया था, ताकि सुबह जल्दी से 5km दूर नागरकोट जाकर सुर्योदय का दृश्य ले पाए, पर हालात ये थे की सुबह 7:30तक कोई भी उठ नही पाया और सुर्य देव किसकी प्रतीक्षा करते भला, ठीक-ठाक धुप निकल चुकी थी। सभी तैयार होकर नीचे आए तो होटल मालिक हमें देख कर खुब हंसा। फिर भी हमने नागरकोट जाकर उपर से मनोरम दृश्य देखने और फिल्माने का निर्णय किया। और निकल पड़े पोखरा दर्शन यात्रा पर।
यहाँ उपर पहुँच कर सारा पोखरा हमारे सामने था,वैसे पोखरा शब्द का अर्थ भोजपुरी या नेपाली भाषा में तलाब या झील होता है।
उपर बर्फ से लदी ढ़की अन्नपुर्णा श्रेणी की फिशटेल तरह की चोटी चमक रही थी। जिसे भुगोल की भाषा में हार्न कहते है, माउंट एवरेस्ट भी एक हार्न है और कुछ ऐसा ही दिखता है। पुरी श्रृखला की झील के पानी में प्रतिबंब नजर आ रहा था, जो पोखरा की खास पहचान है।