नालंदा-राजगीर-बोधगया यात्रा भाग - 10 अंतिम कड़ी
पिछले भाग के लिए क्लिक करें।
कितने ही दिनों से भटकते रहने से हमारा दल अब परेशान हो रहा था तो आज सुकून से देर सुबह तक सोया रहा। सुबह नास्ते के बाद हमने अपना सारा समान बांध लिया और बाइक की टंकी फूल कर ली गई। सुबह एक बार फिर हमने महाबोधी मंदिर में प्रार्थना की सुबह कुछ ज्यादा भीड़ भी नहीं थी, तकरीबन सभी पर्यटक अभी सो रहे होंगे। फिर हमने अपनी बाइक ग्रांड ट्रंक रोड़ की और दौडा दी,